कौन दिशा में है रे गौतम की नगरिया (बुद्ध गीत)
कौन दिशा में है रे गौतम की नगरिया-3
मुझे ले चलो वहाँ मुझे जाना है वहाँ
दर्शन पायेंगे, पायेंगे-2
कौन दिशा में है रे, गौतम की नगरिया-2
हां अब की बार मुझे जाना है सईया, सोच रही हूँ कई साल से-2
हँसने लगी तो डरने लगी थी, पाँव में पड़े छाले बहार से
पाँव दुखे या दुखे कमरिया-2, जाना है बुद्ध के द्वार हो..
कौन दिशा में है रे गौतम की नगरिया-2
मुझे ले चलो वहाँ मुझे जाना है वहाँ दर्शन पायेंगे, पायेंगे-2
कौन दिशा में है रे गौतम की नगरिया, कौन दिशा में..
कितनी दूर चाहे कितनी दूर हो, जाना है बुद्ध के द्वार हो-2
सब ने बताई है गौतम जी की नगरिया-2, जाना है बुद्ध के द्वार हो..
कौन दिशा में है रे गौतम की नगरिया-2
मुझे ले चलो वहाँ मुझे जाना है जरा दर्शन पायेंगे, पायेंगे-2
बड़ी प्यारी लागी ये तो गौतम की नगरिया-2
हम आये तेरे द्वार खुशी हो जायेंगे अपार दर्शन पायेगें, पायेंगे-2
बड़ी प्यारी लागी ये तो गौतम की नगरिया-3
बड़ी प्यारी लागी......
#Lyrics Writer: Satendra Gangil
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